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1 जनवरी से लागू होंगे Toll Tax के नए नियम, जानिए क्या होंगे बदलाव!

Toll Tax
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1 जनवरी से Toll Tax के नए नियम: वाहन चालकों को मिलेगा बड़ा फायदा!

अगर आप वाहन मालिक हैं और Toll Tax की बढ़ती समस्याओं से परेशान हैं, तो यह खबर आपके लिए है। हाल ही में सरकार ने टोल टैक्स को लेकर कुछ अहम बदलावों की घोषणा की है। इसके तहत आपको टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी, और अब टोल शुल्क का भुगतान नया और आसान तरीका होगा। आइए जानते हैं इस नए सिस्टम के बारे में और कैसे इससे वाहन चालकों को फायदा मिलेगा।

क्या है Toll Tax के नए नियम?

टोल टैक्स हमेशा से ही वाहन चालकों के लिए एक बड़ा खर्च रहा है। खासकर हाईवे पर यात्रा करने के दौरान टोल प्लाजा पर रुकना और भारी शुल्क देना कई बार परेशान करने वाला होता है। सरकार ने अब इस समस्या का समाधान निकाला है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस बदलाव की घोषणा की है कि जल्द ही देशभर में टोल टैक्स का एक नया तरीका लागू होगा, जिसके तहत अब आपको टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

टोल फ्री भारत की ओर कदम

सरकार का लक्ष्य है कि भारत में टोल मुक्त यात्रा को बढ़ावा दिया जाए। इसके तहत अब आपको एक भी टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस योजना के बारे में बताया है और कहा है कि सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है। उनके अनुसार, टोल टैक्स को लेकर नियमों में बदलाव का उद्देश्य देशभर में सड़क यातायात को अधिक सुगम बनाना है।

GPS बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम क्या है?

अब टोल टैक्स का भुगतान एक नए GPS Based Toll Collection System के जरिए किया जाएगा। इस सिस्टम के तहत वाहन के द्वारा तय की गई दूरी के आधार पर टोल शुल्क का निर्धारण होगा और यह राशि सीधे वाहन मालिक के बैंक खाते से काटी जाएगी। इस तरीके से टोल प्लाजा पर रुकने का झंझट खत्म हो जाएगा और वाहन चालक अपना समय बचा सकेंगे।

GPS ट्रैकिंग डिवाइस अब हर वाहन में लगाई जाएगी, जो यात्रा के दौरान टोल की राशि को ट्रैक करेगी। यह बदलाव वाहन मालिकों के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि सड़क पर ट्रैफिक भी कम होगा।

सरकार के नए आदेश

सरकार ने इस नए सिस्टम को लागू करने के लिए कुछ अहम कदम उठाए हैं। इसके तहत अब सभी वाहनों में GPS Tracking Device अनिवार्य किया जाएगा, ताकि यात्रा की दूरी के हिसाब से टोल राशि का सही निर्धारण किया जा सके। पहले सरकार ने केवल नए कमर्शियल वाहनों में GPS ट्रैकिंग को अनिवार्य किया था, लेकिन अब पुराने वाहनों में भी इसे लगाने की योजना बनाई जा रही है।

नितिन गडकरी का बयान

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नए GPS Based Toll Collection System से वाहन चालकों को भारी लाभ होगा। इस सिस्टम से न केवल टोल भुगतान की प्रक्रिया सरल होगी, बल्कि इससे समय की भी बचत होगी, क्योंकि वाहन चालकों को अब टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इससे सड़क पर यातायात की भीड़ कम होगी और लोग तेज़ी से अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे।

GPS ट्रैकिंग से Toll Tax में बदलाव

इस GPS Tracking System की मदद से हर वाहन का टोल शुल्क यात्रा की दूरी के आधार पर स्वचालित रूप से काटा जाएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि वाहन चालक बिना रुके अपनी यात्रा पूरी कर सकेंगे। इसके अलावा, टोल टैक्स को लेकर किसी भी प्रकार की गलतफहमी या विवाद की संभावना भी कम हो जाएगी।

नए सिस्टम के फायदे

  1. समय की बचत: वाहन चालकों को टोल प्लाजा पर रुकने की कोई जरूरत नहीं होगी, जिससे उनका समय बचेगा।
  2. स्मार्ट कलेक्शन सिस्टम: GPS के जरिए टोल की राशि सीधे बैंक अकाउंट से काटी जाएगी।
  3. कम ट्रैफिक: टोल प्लाजा पर रुकने से बचने की वजह से सड़क पर ट्रैफिक कम होगा।
  4. सुविधाजनक: टोल टैक्स का भुगतान अधिक पारदर्शी और सुगम तरीके से किया जाएगा।

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